About Me

Delhi, India
A no-one moving towards no mind

Monday, 14 August 2023

कहाँ जा रहा था ?




 

 कहाँ जा रहा था ?

कहाँ आ गया हूँ में ?

 

कभी सोचा न था बदलूंगा

पर लगता है अब बदल रहा हूँ में

 

देख रहा हूँ वक़्त को गुजरते हुए      

समय और दुनिया को बदलते हुये !

 

 कभी सोचा न था जिसके बारे में

उसे देख, महसूस कर रहा हूँ मैं !

 

सबने बोला बदलो, मैं चुप रहा

तुझे चुप कर, सबकी सुन रहा हूँ मैं

 खोया कुछ ज्यादा नहीं जो भी

हैं पाया ही हैं !

 

पर अभी भी कभी तुझे

चुप कोने में खड़ा देख

अक्सर यह सोच उठता हूँ मैं

क्या सही कर रहा हूँ मैं ?

 

कभी सोचा न था बदलूंगा मैं

पर वक़्त की गुजार है

और बदल रहा हूँ मैं !

खोया कुछ ज्यादा नहीं जो भी

हैं पाया ही हैं !

 

पर अभी भी कभी तुझे

चुप कोने में खड़ा देख

अक्सर यह सोच उठता हूँ मैं

क्या सही कर रहा हूँ मैं ?

 

कभी सोचा न था बदलूंगा मैं

पर वक़्त की गुजार है

और बदल रहा हूँ मैं !



WRITTEN :Feb 2005 , pre staff 

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