About Me

Delhi, India
A no-one moving towards no mind

Saturday, 12 August 2023

चलो प्रिये यह मोबाइल छोड़ चले

 

तुमने चाहा था साथ मेरा

मैंने थामा  था साथ तेरा

साथ साथ सात जन्मो के

लिए थे सात फेरे

पर सात जनमो से पहले

हमारे बीच यह कौन गया?

पति पत्नी के बीच शक सुना था

पर हमारे बीच तो मोबाइल गया

तुम अब अक्सर मेरे साथ कम और इसके साथ ज्यादा पाए जाते हो

इसके साथ कभी हॅसते हो , कभी  मुस्कराते हो

कभी भौ सिकोड़ते हो और कभी कभी अपने आप से  बुदबुदाते भी हो

मुझसे कही ज्यादा वक़्त अब

इसे नसीब होता है

और मैंने देखा है

तुम तो इसके साथ अब सोते भी हो

समझ में नहीं आता मुझे

ऐसा क्या हैं इसमें ?

एक खिलौना ही तो है

और तुम इसके होते जा रहे हो

 

माना  सोशल मीडिया न्यूज़ मेल बैंक नक्शा  सब कुछ

  है इसमें

और सुना है एक असिस्टेंट भी है

पर क्या मैं हूँ ??

क्या इंसानी रिश्ते भी है ?

जहाँ इंसान ही नहीं वहां तुम कैसे रह सकते हो

पर शायद इस मोहपाश में तुम अकेले नहीं हो

मेरे जैसे बहुत  और भी है

सुना है आजकल लोग

बिना मोबाइल के छुट्टियां नहीं जाते

  ही खाना खाते

और ही मित्रों , प्रियजनों के साथ समय बिताते

तो क्या हम इसके गुलाम  नहीं ?

सबकी छोड़ो

याद है अपनी नवविवाहिता से क्या कहा था तुमने

चलो प्रिये यह दुनिया छोड़ चले 

आज वही कहती है तुमसे

चलो प्रिये यह मोबाइल छोड़ चले

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