|
बिखरे पल बिसरी बातें कुछ रहता नहीं रह जाती हैं यादें दिल में उमंग जगाने को मन में एहसास जगाने को तेरी याद दिलाने को रह जाती हैं यादें सोपा दर्द जगाने को रह जाती हैं यादें यादों का बन्धन तोड़ के आया हूँ तुझे अकेला छोड़ आया हूँ तेरे मेरे बीच में कुछ रहा नहीं रह गयी हैं बस यादें यादें उन सुनहरे पल और चांदनी रातों की जब हम थे साथ कभी सोचा था होंगे न कभी जुदा अब रहा नहीं बाकी कुछ बस बची हैं यादें भूल सकता नहीं कभी तुझे भूल सकता नहीं प्यार तेरा क्योँकि बची हैं सिर्फ यादें खुश नहीं अब मै खुश था बहुत तब मै सब कुछ था पास मेरे अब नहीं कुछ पास मेरे है सिर्फ यह जिंदगी और तन्हाई और बची है तेरी कुछ यादें WRITTEN :OCT 1992 |
|
No comments:
Post a Comment